क्रोनिक ट्रॉमैटिक एन्सेफैलोपैथी (CTE)

प्रासंगिकता: प्रारंभिक परीक्षा (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी)

संदर्भ:

न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में हाल ही में हुई गोलीबारी की घटना के बाद, क्रोनिक ट्रॉमैटिक एन्सेफैलोपैथी (CTE) नामक मस्तिष्क रोग पर चर्चा बढ़ गई है। यह रोग उन व्यक्तियों में होता है जिन्हें बार-बार सिर पर चोटें लगती हैं, जैसे खिलाड़ी या सैनिक।

CTE क्या है?

  • CTE एक मस्तिष्क रोग है, जो बार-बार सिर पर चोट लगने के कारण होता है।
  • यह रोग धीरे-धीरे मस्तिष्क को नुकसान पहुँचाता है और समय के साथ इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
  • सामान्यतः यह रोग उन लोगों में पाया जाता है, जो फुटबॉल, बॉक्सिंग, हॉकी जैसे खेल खेलते हैं या जो सैनिक हैं और विस्फोट जैसी घटनाओं का सामना करते हैं।

CTE के मुख्य कारण:

  1. बार-बार सिर पर चोट:
    खेलों में सिर पर बार-बार चोट लगने से, जैसे फुटबॉल में टक्कर या बॉक्सिंग में मुक्के लगने से।
  2. लंबे समय तक सिर पर तनाव:
    छोटी-छोटी चोटें, जिन्हें शुरू में नजरअंदाज किया जाता है, लेकिन समय के साथ ये बड़ी समस्याएं बन जाती हैं।
  3. विस्फोट और झटके:
    सैनिकों को विस्फोटों के कारण मस्तिष्क पर दबाव और झटके लगते हैं, जिससे CTE का खतरा बढ़ता है।

CTE के प्रभाव:

  • शुरुआत में लक्षण: उदासी, गुस्सा, मूड में बदलाव और अचानक व्यवहार में परिवर्तन हो सकते हैं।
  • बाद के लक्षण: याददाश्त कमजोर होना, भ्रम, सोचने की क्षमता में कमी, और निर्णय लेने में कठिनाई।
  • गंभीर स्थिति: यदि CTE का इलाज नहीं किया गया तो व्यक्ति को चलने-फिरने में दिक्कत, कंपकंपी, और अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं, जिससे जीवन मुश्किल हो सकता है।

पंच ड्रंक सिंड्रोम (Punch Drunk Syndrome):

  • CTE को पहले ‘पंच ड्रंक सिंड्रोम’ कहा जाता था, जो बॉक्सिंग जैसे खेलों में ज्यादा देखा जाता था।
  • सिर पर बार-बार चोट लगने से मस्तिष्क हिलता है, जिसे ‘कमोशन ऑफ द ब्रेन’ कहा जाता है, और यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाता है।
  • समय के साथ इन चोटों से व्यक्ति का व्यवहार और सोचने की क्षमता बदल जाती है, जैसे वह नशे की हालत में हो।

वेबस्टर केस (Webster Case):

  • प्रसिद्ध अमेरिकी फुटबॉल खिलाड़ी माइक वेबस्टर CTE से प्रभावित एक प्रमुख उदाहरण हैं।
  • उनकी मृत्यु के बाद 2002 में उनके मस्तिष्क का अध्ययन किया गया, और CTE की पुष्टि हुई। यह मामला CTE के बारे में जागरूकता फैलाने वाला पहला बड़ा उदाहरण था।

CTE का उपचार और रोकथाम:
हालांकि CTE का कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन इसके प्रभाव को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं:

  1. रोकथाम:
    खेलों में हेलमेट और अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों का इस्तेमाल बढ़ाना और सिर की चोटों को कम करने के लिए खेल के नियमों में सुधार करना।
  2. जल्दी पहचान:
    लक्षणों की जल्दी पहचान कर चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करना और मनोवैज्ञानिक सपोर्ट लेना।
  3. सहायता:
    डिप्रेशन और मूड स्विंग्स के लिए काउंसलिंग और दवाइयों का सेवन।
  4. जागरूकता:
    खिलाड़ियों और कोचों को CTE के खतरों के बारे में शिक्षित करना, ताकि वे बेहतर सुरक्षा उपायों को अपनाए।
निष्कर्ष:

CTE एक गंभीर मस्तिष्क रोग है, जो सिर पर बार-बार चोट लगने से उत्पन्न होता है। इसके प्रभाव को कम करने के लिए जागरूकता, सही रोकथाम उपाय और समय पर उपचार आवश्यक हैं।

यूपीएससी प्रीलिम्स अभ्यास प्रश्न

प्रश्न: क्रोनिक ट्रॉमैटिक एन्सेफैलोपैथी (CTE) के बारे में निम्नलिखित बयानों पर विचार करें:

  1. CTE का मुख्य कारण सिर पर बार-बार चोट लगना है, जो विशेष रूप से खेलों में या सैन्य सेवा में पाया जाता है।
  2. CTE को पहले ‘पंच ड्रंक सिंड्रोम’ कहा जाता था, क्योंकि यह मुख्य रूप से बॉक्सिंग जैसे खेलों में देखा जाता था।
  3. CTE के लक्षणों में पहले याददाश्त कमजोर होना और बाद में चलने-फिरने में दिक्कतें आना शामिल हैं।
  4. CTE का इलाज संभव है और इसके लिए एक विशेष टीका उपलब्ध है।
  5. CTE से प्रभावित प्रमुख उदाहरण माइक वेबस्टर हैं, जिनकी मृत्यु के बाद CTE के बारे में व्यापक चर्चा शुरू हुई।

कौन सा कथन सही हैं?
(a) 1, 2, 3 और 5 केवल
(b) 1, 2, 3 और 4 केवल
(c) 1, 3, 4 और 5 केवल
(d) 2, 3, 4 और 5 केवल

उत्तर:
(a) 1, 2, 3 और 5 केवल

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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