भारत-फिजी संबंध: एक नया सामरिक और रणनीतिक अध्याय

प्रासंगिकता:

  • GS Paper I: “भारतीय प्रवासी (Indian Diaspora)””सांस्कृतिक संबंध और वैश्विक प्रभाव”
  • GS पेपर II: (Governance, & International Relations)
  • GS Paper III: “साइबर सुरक्षा” “आंतरिक सुरक्षा में भारत का सहयोग” “समुद्री सुरक्षा”
  • निबंध पेपर

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

भारत और फिजी के बीच संबंध 1879 में शुरू हुए जब लगभग 60,553 भारतीयों को 1879 से 1916 के बीच गन्ने के खेतों में काम करने के लिए गिरमिटिया मजदूरों के रूप में फिजी भेजा गया। बाद में, व्यापारी और अन्य समुदायों के भारतीय भी फिजी में बसने लगे। 1920 में गिरमिटिया प्रणाली समाप्त हुई। फिजी की स्वतंत्रता से पहले भारत ने वहां 1948 से आयुक्त नियुक्त किया था, जिसे 1970 में फिजी की स्वतंत्रता के बाद उच्चायुक्त का दर्जा दिया गया। 1971 में फिजी के प्रधानमंत्री भारत आए और 1981 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने फिजी का दौरा किया। भारत और फिजी के संबंध आपसी सम्मान, सहयोग और सांस्कृतिक जुड़ाव पर आधारित हैं। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा और FIPIC की पहली बैठक के बाद द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा मिली। भारत, फिजी के प्रमुख विकास भागीदार के रूप में क्षमता निर्माण और राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में लगातार सहयोग कर रहा है।

भारत-फिजी के बढ़ते संबंध

  • 25 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका की मुलाकात ने द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा दी। दोनों नेताओं ने हैदराबाद हाउस में संयुक्त बयान जारी कर क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
  • दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की और पहलगाम में 20 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की निंदा दोहराई।

इस बैठक में सात महत्त्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें प्रवासन, चिकित्सा, आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं।

भारत द्वारा फिजी को दी जाने वाली सहायता

  1. स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग:
    • फिजी में एक सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण
    • फिजी में जन औषधि केंद्रों की स्थापना
    • हील इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत 10 फिजी नागरिकों को भारत में विशेष चिकित्सा सेवा प्रदान करना
  2. आपदा और मानवीय सहायता:
    • साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी
    • आपदा राहत और उन्नत तकनीकी सहयोग
  3. सामाजिक सहयोग:
    • भारतीय गिरमिटिया मजदूरों के योगदान को मान्यता
    • भारतीय सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव को सशक्त करना

भारत-फिजी के सामरिक संबंध


• सैन्य क्षमता निर्माण:भारत फिजी को सैन्य प्रशिक्षण और उपकरण उपलब्ध कराएगा।
• दोनों द्वारा संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन सहयोग
• व्हाइट शिपिंग सूचना का आदान-प्रदान

o व्हाइट शिपिंग सूचना (White Shipping Information) का अर्थ है: “वाणिज्यिक और गैर-सैन्य जहाजों से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान जो समुद्री सुरक्षा और निगरानी के लिए महत्त्वपूर्ण होती हैं।”
• दोनो देशों के नौसैनिक बलों के बीच इंटरऑपरेबिलिटी किया जाना
• फिजी की राजधानी सुवा में भारतीय रक्षा शाखा की स्थापना किया जायेगा
• दो एम्बुलेंस की सौगात फिजी को दिया

 फिजी के बारे में कुछ तथ्य:

फिजी, दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपसमूह राष्ट्र है, जो न्यूज़ीलैंड के ऑकलैंड के उत्तर में कोरो सागर से घिरा हुआ है। इस देश में 300 से अधिक द्वीप शामिल हैं, जिनमें से केवल लगभग 100 द्वीपों पर ही जनसंख्या निवास करती है।

विश्व स्तर पर इसे “सॉफ्ट कोरल की राजधानी” के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यहां 4,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में जीवंत प्रवाल भित्तियाँ फैली हुई हैं।

वर्षों तक गन्ना उत्पादन फिजी की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा है। यह देश एक संसदीय लोकतंत्र प्रणाली पर आधारित है और इसकी जनसंख्या में स्वदेशी फिजीवासी, भारतीय मूल के लोग, यूरोपीय और अन्य जातीय समूहों का समावेश है।

इसके अतिरिक्त, फिजी में दक्षिणी गोलार्द्ध का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर — श्री शिव सुब्रमण्य स्वामी मंदिर — स्थित है, जो भारतीय संस्कृति और विरासत का महत्वपूर्ण प्रतीक है।

सुरक्षात्मक सम्बन्ध                                                                

श्री राबुका ने जुलाई की शुरुआत में प्रशांत द्वीपसमूह में चीन द्वारा नौसैनिक अड्डा स्थापित करने की कथित योजना का विरोध किया था और दक्षिण चीन सागर में सैन्य तनाव के प्रशांत द्वीपसमूह पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर सतर्कता बरतने का आग्रह किया था, फिजी के प्रधानमंत्री ने चीन द्वारा प्रशांत क्षेत्र में नौसैनिक अड्डे की संभावित योजना पर चिंता जताई और भारत के साथ समुद्री सुरक्षा को मज़बूत करने के समर्थन का स्वागत किया।

भारत एवं फिजी का पूर्व से चला आ रहा व्यापार

निष्कर्ष

भारत और फिजी के बीच बढ़ता सहयोग न केवल द्विपक्षीय संबंधों को सशक्त करता है, बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक स्थिरता और संतुलन को भी मजबूत करता है। यह साझेदारी ‘सागर’ (Security and Growth for All in the Region) दृष्टिकोण का विस्तार है, जिसमें भारत क्षेत्रीय देशों के साथ विश्वास, सहयोग और साझा विकास को प्राथमिकता देता है।

UPSC MAINS PRACTICE QUESTION

भारत-फिजी द्विपक्षीय संबंधों का समग्र विश्लेषण – स्वास्थ्य, रक्षा, साइबर सुरक्षा एवं समुद्री सहयोग जैसे क्षेत्रों के तहत कीजिए, साथ ही भारत द्वारा फिजी को प्रदान की गई सहायता और उसके रणनीतिक

Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

   
Scroll to Top