मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (स्लीपिंग सिकनेस)

प्रासंगिकता :

  • प्रारंभिक परीक्षा के लिए
  • सामान्य अध्ययन पेपर-III (विज्ञान-प्रौद्योगिकी)
  • सामान्य अध्ययन पेपर-III: उभरते संक्रामक रोगों से निपटने की भारत की तैयारियाँ

प्रमुख समाचार

  • हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने केन्या को मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (HAT) के उन्मूलन के लिए प्रमाणित किया है।
  • उपलब्धि: केन्या इस बीमारी को खत्म करने वाला 9वां अफ्रीकी देश बन गया है।

क्या है मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस?

  • परिभाषा: एक घातक परजीवी रोग जो सी-सी मक्खी (Glossina प्रजाति) के काटने से फैलता है।
  • सामान्य नाम: “निद्रा रोग” (Sleeping Sickness)
  • स्थानिक क्षेत्र: उप-सहारा अफ्रीका के 36 देशों में पाया जाता है।

रोग के प्रकार एवं लक्षण

1. ट्रिपैनोसोमा ब्रुसेई गैम्बिएन्स
  • वितरण: पश्चिमी एवं मध्य अफ्रीका (24 देश)
  • विशेषता:
    • कुल मामलों का 92%
    • दीर्घकालिक संक्रमण (महीनों-वर्षों तक)
    • तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है
2. ट्रिपैनोसोमा ब्रुसेई रोडेसिएन्स
  • वितरण: पूर्वी एवं दक्षिणी अफ्रीका (13 देश)
  • विशेषता:
    • कुल मामलों का 8%
    • तीव्रगामी संक्रमण (हफ्तों-महीनों में)
    • बहु-अंग विफलता का कारण बनता है

सामान्य लक्षण

1. प्रारंभिक अवस्था:

  • बुखार, सिरदर्द , जोड़ों में दर्द, लिम्फ नोड्स में सूजन

2. उन्नत अवस्था (तंत्रिका संबंधी):

  • अनियमित नींद चक्र, भ्रम/मानसिक विकार, समन्वय की कमी, कोमा एवं मृत्यु

उन्मूलन की दिशा में प्रगति

WHO प्रमाणित देश (क्रमानुसार)

  1. टोगो (2020)
  2. बेनिन (2021)
  3. आइवरी कोस्ट (2021)
  4. युगांडा (2022)
  5. इक्वेटोरियल गिनी (2022)
  6. घाना (2023)
  7. चाड (2024)
  8. केन्या (2024)
  9. गिनी (2025 – अपेक्षित)

जोखिम समूह

  • प्रमुख रूप से प्रभावित: ग्रामीण क्षेत्रों में कृषक, मछुआरे, पशुपालक
  • जोखिम कारक: जंगली जानवरों/मवेशियों के संपर्क में रहना

चिकित्सा एवं नियंत्रण

  • निदान: रक्त/मेरूद्रव परीक्षण
  • उपचार:
    • प्रारंभिक अवस्था: पेंटामिडाइन
    • उन्नत अवस्था: मेलार्सोप्रोल (तंत्रिका तंत्र में प्रवेश करने वाली दवा)
  • रोकथाम:
    • सी-सी मक्खी नियंत्रण
    • कीटनाशक युक्त जाल का उपयोग
    • जागरूकता कार्यक्रम

भारत के लिए प्रासंगिकता

  • अफ्रीका के साथ बढ़ते व्यापारिक/यात्रा संबंधों के कारण आयातित मामलों का जोखिम
  • एंटी-ट्रिपैनोसोमल दवाओं का सीमित भंडार
  • उष्णकटिबंधीय रोगों पर शोध की आवश्यकता

नोट: WHO का लक्ष्य 2030 तक HAT को नियंत्रण योग्य उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) बनाना है।

निष्कर्ष:

मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (स्लीपिंग सिकनेस) के उन्मूलन में केन्या की सफलता एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो दर्शाता है कि सतत निगरानी, सामुदायिक जागरूकता और प्रभावी रोग नियंत्रण रणनीतियों के माध्यम से इस घातक बीमारी पर विजय पाना संभव है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का 2030 तक इसे एक नियंत्रण योग्य उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) बनाने का लक्ष्य सराहनीय है, लेकिन इसके लिए अभी और प्रयासों की आवश्यकता है। 

अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1: मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (स्लीपिंग सिकनेस) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. यह रोग ट्रिपैनोसोमा परजीवी के कारण होता है जो सी-सी मक्खी (Glossina) के काटने से फैलता है।
  2. ट्रिपैनोसोमा ब्रुसेई रोडेसिएन्स, रोग का एक प्रकार है जो पश्चिमी अफ्रीका में प्रमुख है।
  3. WHO ने 2030 तक इसे उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) की श्रेणी से समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (c) केवल 1 और 3

प्रश्न 2: हाल ही में समाचारों में रहा केन्या देश, निम्नलिखित में से किस रोग के उन्मूलन के लिए WHO द्वारा प्रमाणित किया गया है?
(a) मलेरिया
(b) मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस
(c) डेंगू
(d) चिकनगुनिया

उत्तर: (b) मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस

प्रश्न 3:
निम्नलिखित में से कौन-सा लक्षण मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस की उन्नत अवस्था से संबंधित है?

  1. लिम्फ नोड्स में सूजन
  2. अनियमित नींद चक्र
  3. समन्वय की कमी
  4. बुखार

कूट:
(a) केवल 1 और 4
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 3
(d) 1, 2, 3 और 4

उत्तर: (b) केवल 2 और 3

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