चर्चा में क्यों :– कोयला मंत्रालय को गेवरा खान से 70 मीट्रिक टन वार्षिक कोयला उत्पादन करने के लिए एमओईएफसीसी ( MOEFCC ) की स्वीकृति मिली।
छत्तीसगढ़ स्थित कोल इंडिया की सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की गेवरा खान एशिया की सबसे बड़ी कोयला खान बनने के लिए तैयार है।
इस खान की उत्पादन क्षमता को वर्तमान 5.25 करोड़ टन से बढ़ाकर सात करोड़ टन सालाना करने के लिए पर्यावरण मंजूरी दे दी गई है।
देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोयला मंत्रालय ने रिकॉर्ड समय में 7 करोड़ टन के उत्पादन की पर्यावरण मंजूरी प्राप्त करने में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) के साथ समन्वय स्थापित करके इसको संभव बनाया है।
गेवरा के बारे में :–
गेवरा , साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की परियोजनाओं में से एक हैपिछले वर्ष ( वित्त वर्ष 22-23 के लिए 5.25 करोड़ टन ) यह देश की सबसे बड़ी कोयला खान बन गई ।यह खदान 40 वर्षों से कार्यरत है . इस खदान की स्ट्राइक लेंग्थ करीब 10 किलोमीटर है और इसकी चौड़ाई चार किलोमीटर है।
इस खदान को सरफेस माइनर, रिपर माइनिंग के रूप में पर्यावरण के अनुकूल ब्लास्ट-मुक्त माइनिंग प्रौद्योगिकी से लैस किया गया है ।
इसमें त्वरित और पर्यावरण के अनुकूल कोयला निकासी के लिए कन्वेयर बेल्ट, साइलो और रैपिड लोडिंग प्रणाली से लैस फर्स्ट-माइल कनेक्टिविटी भी है।