प्रासंगिकता:
- प्रिलिम्स
- GS Paper 3 – पर्यावरण और पारिस्थितिकी
- GS Paper 1 – भारतीय भूगोल का भौतिक पहलू
प्रजाति का विवरण

- वैज्ञानिक नाम: Anaciaeschna martini
- सामान्य नाम: मार्टिन डस्कहॉकर
- प्रकार: ड्रैगनफ्लाई (ओडोनेटा गण का कीट)
- आवास: ऊँचाई वाले पर्वतीय झीलें, जलाशय, घास के मैदान, और शोला वनों जैसे नम पर्वतीय जंगल
- IUCN STATUS – LEAST CONCERNED
भौगोलिक वितरण
- पिछली रिकॉर्डिंग: 1933 में अन्नामलाई पहाड़ियाँ पर देखा गया था।
- पुनः खोज: नीलगिरी और मुन्नार, पश्चिमी घाट में देखा गया है।
- अन्य क्षेत्र जहां ये पाए जाते हैं : श्रीलंका, नेपाल, प्रायद्वीपीय भारत, और जापान।
पुनः खोज कैसे हुई?
- सिटिज़न साइंस के माध्यम से — फेसबुक पर साझा की गई तस्वीरों से।
- पुष्टि करने वाले विशेषज्ञ: त्रावणकोर नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी से संबंध।
- प्रकाशित शोधपत्र : जर्नल ऑफ थ्रेटेंड टैक्सा में प्रकाशित हुई।
पारिस्थितिकीय महत्त्व
- ड्रैगनफ्लाई पारिस्थितिकी तंत्र के संकेतक (बायोइंडिकेटर) होते हैं।
- इनकी उपस्थिति पर्यावरण की गुणवत्ता और जैव विविधता दर्शाती है।
- मार्टिन डस्कहॉकर छोटे कीड़ों (जैसे मच्छर, मक्खियाँ) को खाकर कीट नियंत्रण करता है।
- स्वयं भी पक्षियों और बड़े कीटों के लिए भोजन बनता है, जिससे यह खाद्य श्रृंखला का हिस्सा बनता है
संरक्षण से जुड़ी चिंताएँ
- यह प्रजाति ऊँचाई वाले विशेष क्षेत्रों तक सीमित है।
- शोला जंगलों और घास के मैदानों पर खतरा इन पर भी असर डाल सकता है।
- मानवजनित कारकों से परिदृश्य में बदलाव जो इनके अस्तित्व को खतरे में डाल सकता है।
शोध की उपयोगिता
- पश्चिमी घाट में और अधिक अध्ययन की आवश्यकता।
- पर्वतीय पारिस्थितिक तंत्र की बदलती स्थितियों की पहचान के लिए आवश्यक।
- नागरिक विज्ञान पहल जैव विविधता की पहचान और संरक्षण में सहायक।
निष्कर्ष:
मार्टिन डस्कहॉकर की 87 साल बाद हुई पुनः खोज से यह सिद्ध होता है कि नागरिक विज्ञान जैव विविधता संरक्षण में अहम भूमिका निभा सकता है। यह प्रजाति पारिस्थितिकी तंत्र की सेहत का संकेत देती है, और इसके संरक्षण से पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा संभव है।
प्रश्न 1: नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए:
- Anaciaeschna martini एक ड्रैगनफ्लाई है जिसे 87 वर्षों बाद पश्चिमी घाट में पुनः खोजा गया।
- यह प्रजाति केवल भारत में पाई जाती है और इसका वितरण अन्य किसी देश में नहीं है।
- इसका IUCN स्थिति ‘Critically Endangered’ है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. 1, 2 और 3
सही उत्तर: A
प्रश्न 2: Anaciaeschna martini से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- यह ऊँचाई वाले पर्वतीय झीलों और शोला वनों में पाई जाती है।
- यह प्रजाति पर्यावरणीय स्वास्थ्य का संकेत देने वाली एक बायोइंडिकेटर है।
- इसका संरक्षण पारिस्थितिकी तंत्र की सेहत से कोई संबंध नहीं रखता।
सही कथन चुनिए:
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
सही उत्तर: A
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन-से कथन Anaciaeschna martini की पुनः खोज से संबंधित हैं?
- इसकी पुनः खोज नागरिक विज्ञान के माध्यम से हुई।
- इसे त्रावणकोर नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी ने पहचाना।
- पुनः खोज पर आधारित शोधपत्र ‘जर्नल ऑफ थ्रेटेंड टैक्सा’ में प्रकाशित हुआ।
A. केवल 1 और 3
B. केवल 2
C. 1, 2 और 3
D. केवल 1 और 2
सही उत्तर: C