Editorial Corner Hindi

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एआई(AI) बाधक नहीं, बल्कि सहायक: भारत की कार्यबल के लिए समावेशिता का निर्माण

UPSC के लिए प्रासंगिकता● GS पेपर II (शासन): एआई नीति, नियमन और समावेशिता● GS पेपर III (अर्थव्यवस्था और तकनीक): एआई का रोजगार, उत्पादकता और एमएसएमई पर प्रभाव● निबंध: “कृत्रिम बुद्धिमत्ता: विकास में एक साझेदार, न कि आजीविका के लिए खतरा” समाचार में क्यों? कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial intelligence) दुनियाभर में उत्पादकता और नवाचार का एक प्रमुख …

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भारत में इथेनॉल सम्मिश्रण: अवसर, चुनौतियाँ और आगे की राह

यूपीएससी प्रासंगिकता प्रारंभिक परीक्षा- जैव ईंधन की मूल बातें, इथेनॉल उत्पादन, मिश्रण लक्ष्य, राष्ट्रीय जैव-ऊर्जा मिशन, इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम, फीडस्टॉक: गन्ना, मक्का, क्षतिग्रस्त खाद्यान्न। मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन-I: कृषि भूगोल; महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में जल संकट, सामान्य अध्ययन-III: ऊर्जा सुरक्षा, जैव ईंधन, ईवी परिवर्तन, जलवायु परिवर्तन शमन। चर्चा में क्यों? 2025 में भारत …

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एम. एस. स्वामीनाथन: भारत को अन्न देने वाले व्यक्ति से सबक

UPSC प्रासंगिकता: ● प्रीलिम्स: हरित क्रांति, नॉर्मन बोरलॉग, PL 480, भारत में कृषि अनुसंधान और विकास।● मेंस (GS-3): खाद्य सुरक्षा, कृषि नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति, टिकाऊ कृषि।   2025 में एम. एस. स्वामीनाथन की 100वीं जयंती मनाई जा रही है। ये वही वैज्ञानिक हैं जिन्हें भारत की हरित क्रांति (Green Revolution) का जनक कहा …

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वैश्विक भुखमरी को समाप्त करने का मार्ग भारत से होकर गुजरता है

यूपीएससी प्रासंगिकता- प्रारंभिक परीक्षा – ONORC, प्रधानमंत्री पोषण योजना, ICDS, एग्रीस्टैक, ई-नाम, SOFI रिपोर्ट मुख्य परीक्षा- GS पेपर II – शासन और सामाजिक न्याय ● सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार ● कल्याणकारी योजनाएँ (ICDS, प्रधानमंत्री पोषण) ● खाद्य सुरक्षा में डिजिटल शासन GS पेपर III – कृषि और अर्थव्यवस्था ● कृषि-खाद्य प्रणाली में सुधार ● …

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बायोचार: कार्बन उत्सर्जन घटाने और मिट्टी की सेहत के लिए टिकाऊ समाधान

UPSC में प्रासंगिकता क्यों चर्चा में? भारत 2026 में अपना राष्ट्रीय कार्बन मार्केट लॉन्च करने जा रहा है। ऐसे समय में, बायोचार एक आशाजनक निगेटिव एमिशन टेक्नोलॉजी बनकर उभर रहा है, जो कृषि, ऊर्जा, निर्माण और कचरा प्रबंधन क्षेत्रों में लाभ दे सकता है। इसके बावजूद, बायोचार का उपयोग अभी भी बहुत कम है और …

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भारत के स्वास्थ्य शासन में नागरिक सहभागिता का पुनर्जीवित किया जाना

UPSC प्रासंगिकता समाचार में क्यों है? हाल ही में तमिलनाडु की मक्कलाई थेडी मरुधुवम (2021) और कर्नाटका की गृह आरोग्य योजना (2024, 2025 में विस्तारित) जैसे स्वास्थ्य पहलें नागरिकों के घरों तक गैर-संक्रामक रोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं सीधे पहुंचाने का उद्देश्य रखती हैं। हालांकि ये कार्यक्रम सुलभता में प्रगति को दर्शाते हैं, पर ये …

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धारा 498-ए और सर्वोच्च न्यायालय का फैसला: भारत में लैंगिक न्याय के लिए एक झटका

यूपीएससी प्रासंगिकता प्रारंभिक परीक्षा : धारा 498-ए आईपीसी → धारा 85, भारतीय न्याय संहिता, प्रस्तुत वर्ष: 1983 आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम के माध्यम से, मुख्य निर्णय: अर्नेश कुमार बनाम बिहार राज्य (2014)। मुख्य परीक्षा : ● सामान्य अध्ययन 1: महिलाओं से संबंधित मुद्दे, घरेलू हिंसा। ● सामान्य अध्ययन 2: न्यायिक अतिक्रमण, शक्तियों का पृथक्करण। ● …

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सैटेलाइट इंटरनेट – वैश्विक कनेक्टिविटी में नया आयाम

यूपीएससी प्रासंगिकता– प्रारंभिक परीक्षा-विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: उपग्रह संचार, कक्षीय यांत्रिकी (LEO, MEO, GEO), आवृत्ति बैंड (Ku, Ka), एंटीना प्रौद्योगिकी। सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र III – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी चर्चा में क्यों? ● एलन मस्क का स्टारलिंक भारतीय बाज़ार में प्रवेश करने के लिए तैयार है, जो इंटरनेट के बुनियादी ढाँचे में एक बड़े बदलाव का संकेत …

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सरकार 3.69 लाख करोड़ रुपये के उपकर को निर्धारित निधियों में स्थानांतरित करने में विफल रही – कैग रिपोर्ट

UPSC प्रासंगिकता खबर में क्यों? भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की नवीनतम 2023–24 की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि केंद्र सरकार ने ₹3.69 लाख करोड़ का उपकर, जिसे खास उद्देश्यों के लिए वसूला गया था, तय फंड में जमा नहीं किया। यह कमी कई दशकों से है, कुछ मामले तो 1974 …

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विश्व शेर दिवस 2025: संरक्षण की आवश्यकता और वैश्विक प्रयास

GS Paper 3: वन्यजीव संरक्षण, जैव विविधता, संवेदनशील प्रजातियाँ, प्राकृतिक आवास संरक्षण और शिकार विरोधी उपाय GS Paper 2: सरकारी योजनाएँ – प्रोजेक्ट लायन, संवेदनशील प्रजातियाँ और संरक्षण कार्य Prelims Facts: प्रोजेक्ट लायन और गुजरात में शेरों की संख्या, एशियाई शेर और अफ्रीकी शेर के बीच अंतर   चर्चा में क्यों ? हाल ही में …

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